हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई / आज एक बैठक हुई, कुरान मजीद के खिलाफ गुस्ताखी के खिलाफ आज मजलिसए-उलेमा और खुतबाए-हिंद-मुंबई की बैठक हुई।
उस प्रोग्राम में मौलाना सैय्यद ज़हीर अब्बास रिज़वी साहब की अध्यक्षता में नजफ़ी हाउस में आयोजित हुई जिसमें शहर के बुजुर्ग विद्वानो ने भाग लिया और राष्ट्र को निम्नलिखित संदेश भेजा:
संदेश का पाठ इस प्रकार हैः
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्राहीम
इन्ना नहनो नज़्ज़लनाज़़्ज़िकरा वा इन्ना लहू लहाफ़ेज़ून
पवित्र क़ुरआन ईश्वर द्वारा भेजी गई किताब है। और पहले दिन से लेकर आज तक इस पुस्तक में कोई विकृति नहीं आई है, इसमें कोई चीज जोड़ा या घटाया नहीं गया है।
कुरान आज भी वैसा ही है जैसा पवित्र पैगंबर (स.अ.व.व.) के समय में था। हालांकि, इसको समझने के लिए एक आयत को आधार नहीं बनाया जा सकता। इसकी अगली और पिछली आयत को देखकर तफसीर (व्याख्या) होती है। खुद कुरान करीम के मुताबिक इसकी कुछ आयतें मोहकामात से है और कुछ मुताशाबेहात में से है। आयाते मुताशाबेहात का अर्थ समझने के लिए हमें रासेखुना फिलइलम के पास जाना होता है। और इनकी शिक्षाओं की रोशनी में इन आयात का अर्थ निकाला जा सकता है।
यदि कोई व्यक्ति किसी भी रूप मैं कुरान करीम में विक़ति (तहरीफ) बढ़ाने या कम करने की बात, मोसल्लेमाते शिया और मिल्लाते इस्लामिया के आकिदो के खिलाफ है।
इसलिए, जो कोई भी, वसीम रिज़वी की तरह, कुरान को विकृत करने की बात करता है, यह उसकी निजी राय हो सकती है।शिया और मुस्लिमानो की विचारधारा नहीं हैं, हम ऐसी विचारधारा को अस्वीकार करते हैं और निंदा करते हैं,
और हम खुदा से दुआ करते हैं कि खुदा इस दौर में हमें तफ्रका से महफ़ूज रखें, और तफरीक की तमाम साजिशों को नाकाम बनाए। आमीन
इस बैठक में निम्नलिखित धार्मिक गुरूओ ने भाग लिया:
मौलाना सैय्यद अहमद अली आबिदी साहब
मौलाना सैयद रूहे ज़फर साहब
मौलाना सैय्यद ज़हीर अब्बास रिज़वी साहब
मौलाना सैय्यद अज़ीज़ हैदीर साहब
मौलाना सैय्यद हसन रज़ा मूसवी साहब
मौलाना सैय्यद मुहम्मद ज़की हसन साहब
मौलाना सैय्यद मौलाना हाज़ी मुहम्मद हुसैन नजफी साहब
मौलाना सैय्यद अली अब्बास उम्मीद
मौलाना जौहर अब्बास साहब
मौलाना सैय्यद अहमद अब्बास साहब